शिमला/शैल। न्यू शिमला आवासीय कालोनी में स्थित प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड कार्यालय के सामने 23-7-2018 को भारी लैण्डस्लाईड हुआ है। इस लैण्डस्लाईड के कारण सीबरेज लाईन को भी खतरा हो गया है। हिमुडा ने इस लैण्डस्लाईड के लिये नगर निगम को दोषी ठहराया है और आरोप लगाया है कि यह गैंदामल हेमराज के वाणिज्यिक कम्पलैक्स को दिये सीबरेज कनैक्शन के कारण हुआ है। हिमुडा ने कहा है कि नगर निगम को 13-2-2013 को न्यू शिमला के सैक्टर पांच और छः के तीन कार्य पूरे करने के लिये कहा गया था लेकिन नगर निगम ने गैंदामल के प्राईवेट कम्पलैक्स की सीबरेज लाईन को हिमुडा की लाईन से जोड़ दिया। जबकि हिमुडा की लाईन यहां के रहने वालों के लिये ही उपयोग होनी है। निगम ने गैंदामल की लाईन जोड़ने के लिये हिमुडा से कोई अनुमति नही ली है। इस कारण जो नुकसान हुआ है उसकी तुरन्त भरपाई की जाये।
इसी तरह नगर निगम ने न्यू शिमला के डी.ए.वी. स्कूल के सामने 11 के.वी. लाईन के नाचे पार्किंग का निर्माण कर दिया है। यह निर्माण 2010 के सी.इ.र्ए. रैगुलेशन के नीयम 31 की सीधी अवहेलना है। इस निर्माण से कंरट के अवरूद्ध होने का खतरा हो गया है तथा कभी भी जानमाल का नुकसान हो सकता है। यह निर्माण नियमों के विरूद्ध है और इसकी कोई अनुमति नही ली गयी है। ऐसे में यदि कोई जानमाल का नुकसान हो जाता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी नगर निगम की होगी। इस निर्माण को तुरन्त प्रभाव से गिरा दिया जाये। इसी तरह फेज(दो)के सैक्टर चार स्थित ब्लाक 50A और 50B के साथ लगते पार्क की बाहरी दीवार गिरने से वहां खड़े पेड़ के गिरने का खतरा हो गया है। यह दीवार पार्क के रखरखाव कार्य करने के कारण गिरी है। इसी कारण से इस पेड़ की जड़े खोखली हो गयी जो अब गिरने के कगार पर पंहुच गया है। हिमुडा ने नगर निगम को नोटिस भेजकर इस पेड़ को भी तुरन्त प्रभाव से काटने का आग्रह किया है।
स्मरणीय है कि न्यू शिमला में नगर निगम अमृत योजना के तहत कार्य करवा रही है। लेकिन इन कार्यो की गुणवता पर लगातार सवाल उठने शुरू हो गये हैं। इन्ही सवालों के कारण बिजली बोर्ड और हिमुडा को निगम को नोटिस देने की नौबत आ खड़ी हुई है।