नई दिल्ली।। बीएसपी अध्यक्ष मायावती का आज जन्मदिन है, और इस मौके पर वो आज पार्टी के लोकसभा चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगी।
लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में होने वाली राष्ट्रीय सावधान विशाल महारैली की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। ये रैली सुबह 11 बजे से शुरू होगी।
इस रैली में मायावती क्या ऐलान करती हैं, इस पर सबकी नजरें होंगी। तकरीबन एक महीने पहले से मायावती ने इस रैली की घोषणा कर रखी थी, तभी से समूचा कैडर और कार्यकर्ता-पदाधिकारी रैली की तैयारियों में जुटे थे।
इस बीच दो दिन पहले ही जैसे ही मायावती ने एलान किया कि वो मुजफ्फरनगर दंगों के चलते इस मर्तबा अपना जन्मदिन सादगी से मनाएंगी, इस एलान के बाद से पूरे सूबे से समर्थकों का आना शुरू हो गया है।
हालांकि समाजवादी पार्टी ने बयान जारी कर कहा है कि मायावती इस मर्तबा हमेशा से ज्यादा भव्य जन्मदिन मनाने जा रही हैं। पार्टी का कहना है कि रैली के लिए करोड़ों रुपए का चंदा इकट्ठा किया गया है।
समाजवादी पार्टी ने मायावती के मुजफ्फरनगर दंगों पर बयान को घड़ियाली आंसू बताया है और कहा है कि अगर उन्हें दुख होता तो वो पिछले तीन महीनों में मुजफ्फरनगर जाने का समय जरूर निकालतीं।
नई दिल्ली।। मुजफ्फरनगर दंगों के बाद लश्कर−ए−तैयबा के आतंकियों के वहां जाने और युवाओं से बातचीत करने का मामला गरमाता जा रहा है।
दिल्ली पुलिस ने पिछले महीने आतंकी संगठन लश्कर−ए−तैयबा से जुड़े दो लोगों को हरियाणा के मेवात से गिरफ्तार किया था, हालांकि दिल्ली पुलिस इसे मुजफ्फरनगर दंगों से जुड़ा नहीं बता रही है।
इस मामले में दिल्ली पुलिस लश्कर के आतंकी अब्दुल सोहान के अलावा दो और आतंकियों की तलाश कर रही है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीमें अभी भी मुजफ्फरनगर और मेवात इलाके में छापे मार रही है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस मामले में शामली के रहने वाले दो लड़कों लियाकत और जमीर ने दिल्ली पुलिस से संपर्क कर बताया कि लश्कर आतंकी अब्दुल सोहान ने उनसे संपर्क किया था और उन्हें पैसों का लालच देकर लश्कर−ए−तैयबा में शामिल होने को कहा था।
सूत्रों के मुताबिक, इनमें से कुछ लड़कों ने पाकिस्तान स्थित इस आतंकी संगठन के लिए काम करने से इनकार कर दिया और दिल्ली पुलिस से संपर्क कर उन्हें आतंकियों के इस षड्यंत्र की जानकारी दी। पुलिस ने इन दोनों लड़कों का बयान पटियाला हाउस कोर्ट में दर्ज करा दिया है।
हालांकि, यूपी पुलिस के सूत्रों ने कहा है कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने यह भी कहा है कि मुजफ्फरनगर में लश्कर के लोगों की मौजूदगी के बारे में भी उनके पास कोई जानकारी नहीं है।
वहीं इस मामले में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का कहना है कि अगर लश्कर−ए−तैयबा के कुछ लोग मुजफ्फरनगर गए थे तो राहुल गांधी ने जो बात कही थी, वह बात सही साबित हुई है।
दरअसल, कुछ महीने पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने खुफिया विभाग के एक अफसर के हवाले से दावा किया था कि आईएसआई मुजफ्फरनगर दंगा पीड़ितों के संपर्क में है।
लखनऊ।। बाबरी विध्वंस की 21वीं बरसी पर शुक्रवार को समूचे उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू रहेगी और जिलों में किसी भी तरह के धार्मिक उत्सव, रैली तथा सभा के आयोजन पर रोक लगाई जाएगी।
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) मुकुल गोयल ने शुक्रवार को इस आशय की जानकारी देते हुए बताया कि अगर कोई संगठन 6 दिसम्बर को लेकर ज्ञापन देना चाहे तो उसे कचहरी अथवा तहसील परिसर में जुलूस बनाकर आने की इजाजत नहीं दी जाए, बल्कि जुलूस के उद्गम स्थल पर मजिस्ट्रेट खुद जाकर उनका ज्ञापन प्राप्त करेंगे।
उन्होंने कहा कि सभी जिला पुलिस प्रमुखों को निर्देश दिए गए हैं कि वे साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वाले तत्वों को चिह्नित करके उन पर पैनी निगाह रखें और जरूरत पड़ने पर उनके खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई करें। शांति समितियों की बैठक करके उनका सहयोग प्राप्त किया जाए तथा शहरों में सेक्टर योजना लागू की जाए।
गोयल ने कहा कि मिश्रित आबादी वाले तथा साम्प्रदायिक दृष्टिकोण से संवेदनशील स्थानों पर दंगा निरोधक उपकरणों से लैस अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाए। अफवाहों को रोका जाए।
गौरतलब है कि बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी ने बाबरी विध्वंस की बरसी पर प्रदेश भर में शांतिपूर्ण पदयात्रा निकालने का एलान किया है।